गुरुवार, 1 अप्रैल 2021

सेड़वा के बारे में सम्पूर्ण जानकारी ।

 सेड़वा बाड़मेर जिले की एक तहसील है जो चौहटन विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आती है वर्तमान में सेड़वा उपखंड भी है यह बाड़मेर से दक्षिण दिशा में पाकिस्तान और जालौर बॉर्डर की तरफ जिला मुख्यालय से लगभग 100 किलोमीटर दूर है । सेड़वा में हिंदू और मुस्लिम दोनों की काफी आबादी है साथ ही है शैक्षिक दृष्टि से भी काफी पिछड़ा हुआ क्षेत्र है सेड़वा के अंतर्गत बाखासर , गंगासरा , फागलिया , भंवार , बामरला , केकड़ , सोनडी , शोभाला, साता , तरला सोमराड आदि प्रमुख गांव आते हैं । अब सेड़वा से धनाऊ ओर फागलिया अलग हो कर नवीन पंचायत समिति भी बन गई है । सेड़वा में हरपालेश्वर महादेव मंदिर प्रमुख है , सेड़वा क्षेत्र रेतीले धोरों ओर रेगिस्तान में बसा हुआ है , आज से कुछ वर्ष पूर्व तक यहां पर मात्र पुलिस थाना और कुछ दुकानें ही हुआ करती थीं पर अब एक उभरता हुआ शहर बन रहा है सेड़वा में अब सोढा मार्केट सलारिया रोड बस स्टेंड ओर चौहटन रोड पर अच्छा मार्केट है , सेड़वा के लगातार प्रगति का प्रमुख कारण है इस क्षेत्र मै किसी अन्य शहर का नजदीक नहीं होना यहां से पचास किलोमीटर तक कोई शहर नहीं है जबकि इस क्षेत्र में चालीस से अधिक ग्राम पंचायतें आती हैं । यहां व्यवसाय के रूप में कृषि ओर पशुपालन प्रमुख है । कृषि में बाजरा ग्वार मोठ जीरा इसबगोल अरडी है वही पशुपालन में भेड बकरी गाय भैंस प्रमुख है । सेड़वा का शाहगढ़ (बाखासर) भारत की अंतिम पाकिस्तान सीमा भी है साथ ही बाखासर में एक हवाई पट्टी भी है वही बाखासर सूखा बंदरगाह भी बनने जा रहा है । बाखासर सेड़वा का नामाम भारत के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों से लिखा हुआ है यहां के ठाकुर बलवंत सिंह चौहान बाखासर ने 1971 के युद्ध में दसवीं पैरा का सहयोग करते हुए भारत की पहली सर्जिकल स्ट्राइक में सहायता की और भवानी सिंह के नेतृत्व को सहयोग देते हुए भारतीय सेना को चोचरों पाकिस्तान तक पहुंचाया और इस सर्जिकल स्ट्राइक में भारत की अभूतपूर्व विजय हुई इससे पहले बलवंत सिंह बाखासर एक डाकू के रूप में जाने जाते थे और उन पर सैकड़ों केस भी दर्ज थे , इस जीत के साथ ही बलवंत सिंह बाखासर से सारे केस वापस ले लिए गए और उनका नाम सम्मान से लिया जाने लगा । आजादी के समय सेड़वा चौहान राजपूतों की जागीर थी जो मारवाड़ रियासत से सम्बन्धित थी । वर्तमान में सेड़वा हिन्दू और मुसलमान दोनों ही धर्मों के लोग रहते है हिंदुओ में राजपूत , चारण ,जाट , विश्नोई , मेघवाल , रेबारी , प्रजापत आदि प्रमुख जातियां हैं , भविष्य में सेड़वा एक प्रमुख बाड़मेर का शहर बनने का रहा है संभावना है कि परिसीमन के बाद विधानसभा क्षेत्र भी बन जाए । 

सेड़वा बाड़मेर जिले की एक तहसील है जो चौहटन विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आती है वर्तमान में सेड़वा उपखंड भी है यह बाड़मेर से दक्षिण दिशा में पाकिस्तान और जालौर बॉर्डर की तरफ जिला मुख्यालय से लगभग 100 किलोमीटर दूर है । सेड़वा में हिंदू और मुस्लिम दोनों की काशी आबादी है साथ ही है शैक्षिक दृष्टि से भी काफी पिछड़ा हुआ क्षेत्र है सेड़वा के अंतर्गत बाखासर , गंगासरा , फागलिया , भंवार , बामरला , केकड़ , सोनडी , शोभाला, साता , तरला सोमराड 

 

इन सब के होते हुए भी सेड़वा एक पिछड़ा क्षेत्र है जहां शिक्षा का अभाव है अभी एक कॉलेज और आईटीआई की घोषणा हुई है      

 

==सन्दर्भ==

पारससिंह गंगासरा 8302389835


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सेड़वा के बारे में सम्पूर्ण जानकारी ।

 सेड़वा बाड़मेर जिले की एक तहसील है जो चौहटन विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आती है वर्तमान में सेड़वा उपखंड भी है यह बाड़मेर से दक्षिण दिशा में...